वाइस एडमिरल अधीर अरोरा, नौसेना मेडल ने 30 सितंबर 2021 को सेवानिवृत्त हुए वाइस एडमिरल विनय बधवार, एवीएसएम, नौसेना मेडल से भारत सरकार के मुख्य हाइड्रोग्राफर के रूप में कार्यभार संभाला है।
वाइस एडमिरल अधीर अरोरा को 1985 में भारतीय नौसेना की कार्यकारी शाखा में कमीशन प्रदान किया गया था। एक विशेषज्ञ हाइड्रोग्राफर के रूप में उन्होंने भारत और हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) के भीतर और समूचे भाग में हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण किए हैं। आईएनएस सतलुज की कमान संभालने के दौरान यह जहाज 2004 में सुनामी के बाद मानवीय सहायता और आपदा राहत कार्यों के लिए श्रीलंका में गॉल बंदरगाह सबसे पहले पहुंचा था। उन्हें आईएनएस सर्वेक्षक की कमान संभालते हुए मॉरीशस, सेशेल्स और कीनिया में विदेशी सहयोग सर्वेक्षण करने का गौरव प्राप्त है। इनमें उच्च संवेदनशील समुद्री पारिस्थितिक क्षेत्र, महाद्वीपीय शेल्फ और अग्रणी सर्वेक्षण शामिल हैं। वह 2008 में तीसरी भारत-मॉरीशस हाइड्रोग्राफिक सहयोग बैठक के सह-अध्यक्ष भी थे।
अपने स्टाफ अपॉइंटमेंट में वह बांग्लादेश के साथ मध्यस्थता के दौरान हेग, नीदरलैंड्स में स्थायी मध्यस्थता न्यायालय (पीसीए) में भारत का प्रतिनिधित्व करने समेत समुद्री सीमाओं के पहलुओं के लिए जिम्मेदार थे। उन्होंने अत्याधुनिक प्रणालियों के साथ नए जहाजों की जहाज निर्माण परियोजना का भी संचालन किया। वह एनडीए, खडकवासला से स्नातक और डीएसएससी, वेलिंगटन के पूर्व छात्र हैं। अपने नौसेना उच्च कमान पाठ्यक्रम के दौरान उन्हें मुंबई विश्वविद्यालय से एम.फिल की उपाधि से भी सम्मानित किया गया था। उन्होंने विभिन्न पेशेवर पेपर्स लिखे हैं और समुद्री सीमा के मुद्दों पर परिदृश्य का निर्माण करने में उनकी गहरी रुचि रही है।