19 साल की पैरा निशानेबाज अवनि लेखरा ने सोमवार को टोक्यो पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। अपने पहले पैरालंपिक में भाग लेते हुए, अवनि ने आर2 महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल एसएच1 श्रेणी में एक पैरालंपिक रिकॉर्ड के लिए 249.6 अंक हासिल किया और विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की।

इससे पहले, राजस्थान में सहायक वन संरक्षक के रूप में काम करने वाली और जयपुर में जेडीए शूटिंग रेंज में प्रशिक्षण लेने वाली अवनि 621.7 अंकों के साथ क्वालिफिकेशन में सातवें स्थान पर रहीं और फाइनल में अपनी जगह बनाई। 2012 में एक सड़क दुर्घटना के बाद से वो व्हीलचेयर पर हैं। स्कूल की टॉपर रही अवनि का मानना ​​​​है कि न केवल जीवन में सब कुछ प्राप्त करना महत्वपूर्ण है, बल्कि जो आपके पास है उसमें से सर्वश्रेष्ठ हासिल करना भी महत्वपूर्ण है।

अपने ट्वीट में, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, “अभूतपूर्व प्रदर्शन अवनि! स्वर्ण पदक जीतने के लिए आपकी कड़ी मेहनत और लगन के लिए बधाई! शूटिंग के प्रति आपकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने ही इसे संभव बनाया है। यह वास्तव में भारतीय खेलों के लिए एक विशेष क्षण है। मैं आपके भविष्य के प्रयासों के लिए आपको शुभकामनाएं देता हूं।”

खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने भी पैरा निशानेबाज अवनी लेखरा को उनकी उपलब्धि पर बधाई दी। अपने ट्वीट में, उन्होने ने लिखा, “अद्भुत ! अवनि ने प्रथम स्थान प्राप्त कर पदक जीता। भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण क्योंकि वो ओलंपिक और पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली एकमात्र महिला बन गई हैं! 10 मीटर एआर स्टैंडिंग एसएच1 श्रेणी में फाइनल जीता है। उनका 249.6 का स्कोर पैरालंपिक के लिए एक रिकॉर्ड है, साथ ही एक विश्व रिकॉर्ड भी है।”
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