देश के चार और स्थलों को अंतरराष्ट्रीय महत्व वाली आर्द्रभूमि के रूप में चिह्नित कर रामसर कन्वेंशन की सूची में शामिल किया गया है। हरियाणा व गुजरात के इन दो-दो स्थलों के साथ ही रामसर सूची में अब देश के 46 स्थल शामिल हो गए हैं। पर्यावरण मंत्रालय के जारी बयान के मुताबिक, पहली बार है, जब हरियाणा से दो स्थलों, गुरुग्राम के सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान और झज्जर से भिंडावास वन्यजीव अभयारण्य को रामसर सूची में डाला गया है।
इसके अलावा गुजरात के थोल और वधवाना को रामसर सूची का उद्देश्य वैश्विक जैविक विविधता के संरक्षण के लिए आर्द्रभूमि का एक ऐसा अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क विकसित करना है जो उनके पारिस्थितिकी तंत्र घटकों, प्रक्रियाओं और लाभों के रखरखाव के माध्यम से मानव जीवन को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हो।
पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने ट्वीट किया, पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘यह हमारे लिए गर्व की बात है कि चार भारतीय स्थलों को रामसर मान्यता मिली है। यह एक बार फिर प्राकृतिक आवासों को संरक्षित करने, वनस्पतियों और जीवों के संरक्षण की दिशा में काम करने और एक हरित ग्रह के निर्माण संबंधी भारत के सदियों पुराने लोकाचार को प्रकट करता है।’