भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध में भारत की जीत की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में स्वर्णिम विजय वर्ष की विजय ज्योति ने अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह श्रृंखला की यात्रा की। भारतीय नौसेना की लैंडिंग क्राफ्ट यूटिलिटी (आईएनएलसीयू) 58, आईएनएस सरयू और आईएन एलसीयू 54 के साथ, ज्योति को अंडमान एवंनिकोबार द्वीप समूह के सबसे पूर्वी द्वीप नारकोंडम की ओर से भेजा गया था। यह ज्योति भारत के एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी बैरेन द्वीप से भी आगे निकल गई। विजय ज्योति के एक छोटे टापू फ्लैट रॉक से गुजरते समय ज्वालामुखियों से गैस/लावा निकल रहा था।
विजय ज्योति हटबे पहुंचेगी जहां इसे भारतीय तटरक्षक के तत्वावधान में जनता के दर्शन और अन्य कार्यक्रमों के लिए रखा जाएगा। हटबे में एक दिन का सार्वजनिक दर्शन पूरा होने पर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस परेड के लिए ज्योति पोर्ट ब्लेयर लौट आएगी। स्वतंत्रता दिवस समारोह के बाद विजय ज्योति दिनांक 15 अगस्त, 2021 की शाम को दक्षिणी द्वीप समूह से गुज़र कर अपने अगले चरण की शुरुआत करेगी।