उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) एमके-III को आज भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) में शामिल किया गया। ये अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल), बेंगलुरु द्वारा स्वदेशी रूप से तैयार और विकसित किए गए हैं।

एएलएच एमके -III के समुद्री संस्करण को आईसीजी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एचएएल द्वारा 19 अतिरिक्त उपकरणों के घरेलू अनुकूलन के साथ स्वदेश में ही डिजाइन और विकसित किया गया है। एचएएल अगले साल के मध्य तक आईसीजी को 16 एएलएच एमके-III की आपूर्ति करेगा। ये हेलीकॉप्टर नौसैनिक पोतों से संचालित किये जाने वाले अभियानों के दौरान होने वाले कार्यों को पूरा करने में सक्षम हैं। एएलएच एमके-III समुद्री और हवाई माध्यमों से समन्वित खोज, अवरोध क्षमताओं, तटीय सुरक्षा, खोज और बचाव कार्यों, चिकित्सा सहायता, फंसे हुए लोगों को निकालने तथा प्रदूषण प्रतिक्रिया मिशन आदि के लिए तटरक्षक बल की क्षमताओं में वृद्धि करेंगे।

रक्षा सचिव ने हाल ही में दवाओं एवं हथियारों की जब्ती के सफल संचालन तथा चक्रवात तौकते और यास के दौरान लोगों की जान बचाने के लिए आईसीजी की सराहना की।

रक्षा सचिव ने कहा कि, सरकार द्वारा आईसीजी को सौंपी गई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को देखते हुए सेवा की क्षमता और इसकी सामर्थ्य वृद्धि को समयबद्ध तरीके से अमल में लाने की आवश्यकता है।

शामिल होने पर, 16 एएलएच एमके-III को भुवनेश्वर, पोरबंदर, कोच्चि और चेन्नई में चार तटरक्षक स्क्वाड्रनों में तैनात किया जाएगा।

समुद्रतटीय राज्यों के साथ साझी समुद्री सीमाएं अवैध गतिविधियों के लिए अतिसंवेदनशील हैं और ये क्षेत्र अक्सर चक्रवातों के लिए प्रवण होते हैं। शुरू किए गए ऑपरेशन के साथ ही ये स्क्वाड्रन निर्बाध निगरानी सुनिश्चित करेंगे और समुद्र में संकट में फंसे मछुआरों को सहायता प्रदान करेंगे।