रक्षा मंत्री, श्री राजनाथ सिंह और केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, डॉ हर्षवर्धन ने आज संयुक्त रूप से डीआरडीओ भवन में नई कोविड दवा 2-डीजी को जारी किया। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की एक प्रयोगशाला, इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड एलाइड साइंसेज (आईएनएमएएस) द्वारा डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज (डीआरएल), हैदराबाद के सहयोग से 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) दवा को कोविड-19-रोधी चिकित्सीय अनुप्रयोग के लिए विकसित किया गया है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली के निदेशक रणदीप गुलेरिया और सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा (एएफएमएस) के लेफ्टिनेंट जनरल श्री सुनील कांत को इस दवा का एक-एक पैकेट सौंपा गया।
इस दवा को जारी करने के अवसर पर अपने संबोधन में, डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ हमारी लड़ाई में आज का दिन एक ऐतिहासिक दिन है। उन्होंने वैज्ञानिक समुदाय और डीआरडीओ को पहली स्वदेशी दवा विकसित करने के लिए उनके धैर्य और दृढ़ता के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह दवा कोविड महामारी के खिलाफ हमारी प्रतिक्रिया में गेम चेंजर साबित होने की क्षमता रखती है क्योंकि यह रोगियों की ऑक्सीजन निर्भरता को कम करती है और इसे अलग-अलग और चुनिंदा तरीके से ग्रहण किए जाने की क्षमता है। कोविड संक्रमित कोशिकाओं में, यह प्रक्रिया के लिए वायरस संश्लेषण और ऊर्जा उत्पादन को रोकती है।
डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि लगभग तीस अस्पताल इस दवा के नैदानिक परीक्षणों में शामिल थे। उन्होंने कहा कि दवा चुनिंदा कोशिकाओं में जाएगी और वायरस को फैलने से रोकेगी और स्वस्थ होने में लगने वाले समय को कम करेगी।
रक्षा मंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि रक्षा मंत्रालय और डीआरडीओ के प्रयासों से दिल्ली और देश भर में कई पीएसए संयंत्रों को सफलतापूर्वक स्थापित किया जा चुका हैं।
डॉ. हर्षवर्धन ने लापरवाही के प्रति आगाह करते हुए कहा कि हम सामूहिक प्रयासों और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करके ही कोविड के खिलाफ जंग पर जीत हासिल करेंगे।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी ने विश्वास व्यक्त किया कि कोविड-रोधी दवा रोगियों को घातक वायरस से उबरने में मदद करेगी और उम्मीद है कि डीआरएल, हैदराबाद इस कार्य को आगे बढ़ाते हुए जल्द ही रोगियों के लिए दवा उपलब्ध कराएगा।
कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से शामिल होते हुए, डीआरएल के अध्यक्ष, श्री कल्लम सतीश रेड्डी ने कहा डॉ. रेड्डीज को 2-डीजी के विकास में डीआरडीओ और इनमास के साथ भागीदारी करने में प्रसन्नता का अनुभव हुआ है। कई चिकित्सीय और वैक्सीन के माध्यम से कोविड के इलाज के लिए यह हमारी कंपनी के प्रयासों की पुन: पुष्टि है।
श्री राजेश भूषण, केंद्रीय सचिव (स्वास्थ्य और परिवार कल्याण), डॉ सुनील कुमार महानिदेशक (स्वास्थ्य सेवाएं), डॉ रणदीप गुलेरिया, निदेशक एम्स नई दिल्ली के अलावा सेलुलर और आणविक जीव विज्ञान केंद्र, डीआरएल के निदेशक, डॉ राकेश मिश्रा और देश भर से अनेक चिकित्सक, अस्पताल और प्रयोगशालाओं के प्रतिनिधियों ने भी इस कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से भागीदारी की।