दैनिक जागरण में प्रकाशित
गांव खानपुर थियाड़ा के लोगों को किसी समय पीने का साफ पानी मुहैया नहीं होता था। लेकिन आज यह गांव वाटर सप्लाई की सुचारू योजना के चलते आत्मनिर्भर बनकर अन्य गांवों के लिए रोल माडल के तौर पर उभरा है। इसका श्रेय सूझवान नागरिकों और जल सप्लाई व सैनिटेशन विभाग को जाता है। जालंधर रोड स्थित होशियारपुर ब्लाक-दो के अंतर्गत आते गांव के लोग वाटर सप्लाई स्कीम शुरू होने से पहले भूजल पीने के लिए मजबूर थे। इस कारण अकसर पीलिया व अन्य बीमारियों से ग्रस्त रहते थे। 2010 में जल सप्लाई स्कीम शुरू होने से जहां लोगों को 24 घंटे साफ पानी मुहैया होना शुरू हुआ, वहीं स्वस्थ रहने के कारण जीवन स्तर में भी काफी सुधार देखने को मिला। इसके बाद जल सप्लाई व सैनिटेशन विभाग की ओर से 28.29 लाख के साथ 2010 में स्कीम तैयार की गई और तब से लेकर अब तक ग्राम पंचायत वाटर सैनिटेशन कमेटी (जीपीडल्ल्यूएससी) इसकी देखभाल कर रही है व अन्य गांव के लिए भी प्रेरणास्त्रोत बनी हुई है।

पिछले दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह की ओर से हर घर पानी-हर घर सफाई योजना की शुरुआत के दौरान गांव के सरपंच व जीपीडब्ल्यूएससी के चेयरमैन बलराज सिंह को विशेष तौर पर कार्यक्रम में आमंत्रित किया था। चेयरमैन बलराज सिंह ने बताया कि गांव की जनसंख्या 1022 है व 218 घरों में पीने वाला साफ पानी सुबह से शाम तक जरूरत अनुसार मुहैया करवाया जाता है। सन्नी थियाड़ा ने बताया कि जल सप्लाई स्कीम के बाद गांव की नुहार बदल गई व लोगों में शहर व गांव का फर्क भी मिट गया।

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