लोकतेज के अनुसार

सूरत के हजीरा में एलएंडटी कंपनी द्वारा आर्म्ड सिस्टम में कंपनी द्वारा बनाया गया 88 वां के -9 वज्र टैंक भारतीय सेना में शामिल करने के लिए फ्लेग आफ किया। । इसके अलावा, मंत्री के हाथों एल एंड टी कंपनी द्वारा निर्मित एथिलीन ऑक्साइड रिएक्टर को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा उड़ीसा के पारादीप के लिए भी फ्लेग ऑफ किया गया। केंद्रीय मंत्री ने एलएंडटी के सुपर क्रिटिकल इक्विपमेंट के तहत MEG (मोनो एथिलीन ग्लाइको) प्रोजेक्ट के लिए L & T Roro Jetty से देश की दूसरी सबसे बड़ी डी-एथिलाइज़र और वॉश टॉवर को भी हरी झंडी दिखाई।

उन्होने ने इस अवसर पर कहा कि सूरत में हजीरा एलएंडटी इकाई एक ‘आत्मनिर्भर भारत’ का जीता जागता उदाहरण है। ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को साकार करते हुए एलएंडटी कंपनी ने स्वदेशी टैंक बनाकर एक नया मुकाम हासिल किया है। इसके साथ ही ओडिशा के पारादीप में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लि. एमईजी (मोनो एथिलीन ग्लाइकॉल) परियोजना के तहत रिफाइनरी-कम-पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जा रहा है, जो एथिलीन ऑक्साइड रिएक्टर, वॉश टॉवर और डी-एथिलीन जैसे अत्याधुनिक सुपर क्रिटिकल उपकरण से लैस होगा। इस परियोजना से उड़ीसा के स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

उन्होंने कहा कि सूरत के हजीरा का भी पूर्वी भारत के विकास पूर्वोदय में महत्वपूर्ण योगदान है। ओर इससे आत्मनिर्भर भारत’ का पूर्वोदय का विजन साकार हो रहा है। स्वदेशी उन्नत सुपर क्रिटिकल डिवाइस मोनो एथिलीन ग्लाइको के आयात को कम करेंगे और रिफाइनरी की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाएंगे। सूरत की भूमि पूर्वी भारत के विकास में योगदान दे रही है। उन्होंने कहा कि हजीरा के दिग्गजों ने ‘मेक इन इंडिया’ के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में मदद की है, उन्होंने हजीरा एलएंडटी को स्वदेशी टैंक के साथ-साथ सुपर क्रिटिकल उपकरणों के उत्पादन के लिए बधाई दी और देश के विकास में पूर्ण सहयोग की उम्मीद जताई।

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