लागत प्रभावी जैविक पृष्‍ठ संक्रियक को खाद्य उद्योग के लिए उपयोगी संश्लेषित पृष्‍ठ संक्रियकों को कृषि-औद्योगिक कचरे से ग्रीन सब्सट्रेट का उपयोग करके एक स्वस्थ विकल्प के रूप में उत्पादित किया जा सकता है।

सर्फ़ेक्टेंट ऐसे अणु होते हैं जो तेल और पानी, पानी और तेल, अथवा वायु एवं पानी की सतहों पर फिसलकर एक पायस (इमल्शन) बनाते हैं। पृष्‍ठ संक्रियक (सर्फ़ेक्टेंट) खाद्य उद्योग में लुब्रिकेंट्स और झाग उत्पन्न करने वाले पदार्थ (फोमर) के रूप में विलयन (बैटर) में वसा को पायसीकृत (इमल्सीफाई) करने, उसकी समयावधि (शेल्फ लाइफ) में सुधार करने, फैलाने वाले एजेंटों के रूप में और नमी बनाए रखने के लिए बहुत उपयोगी होते हैं। हालाँकि, आहार संबंधी वस्तुओं में संश्लेषित अर्थात कृत्रिम (सिंथेटिक) खाद्य योजकों (फ़ूड एडिटिव्स) और पायसीकारकों (इमल्सीफायरों) के बढे हुए उपयोग से शरीर मदे विद्यमान सूक्ष्मजैविक तन्त्र (माइक्रोबायोम)  में असंतुलन, आंत से संबंधित विकार और आंतों की बाधा पारगम्यता प्रभावित होती है, जिससे लाभकारी सूक्ष्मजीवियों (माइक्रोबायोटा) की सांद्रता में गिरावट आती है। इसलिए वैकल्पिक व्यवस्था जरूरी है I

विभिन्न माइक्रोबियल स्रोतों से प्राप्त माइक्रोबियल बायोसर्फैक्टेंट उच्च पायसीकरण, घुलनशीलता, फोमिंग, अवशोषण और अन्य भौतिक विशेषताओं को प्रदर्शित करते हैं। इसके अलावा वे पीएच, तापमान और लवणता की एक विस्तृत श्रृंखला में बहुत स्थिर हैं, जो उन्हें खाद्य अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त बनाता है। बायोसर्फैक्टेंट पर्यावरण-अनुकूल जैविक अणु (बायोमोलेक्यूल्स) हैं और विषाक्त प्रभाव नहीं डालते हैं; इसलिए, उन्हें मानव उपभोग के लिए सुरक्षित माना जा सकता है।

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