वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक (आईसीआई) (आधार वर्ष 2011-12) के अनुसार, कोयला क्षेत्र ने जून 2024 के महीने के लिए आठ प्रमुख उद्योगों में 14.8% (अनंतिम) की उच्चतम वृद्धि दर्ज की है। कोयला उद्योग का सूचकांक जून 2024 के दौरान पिछले वर्ष की इसी अवधि के 162.4 अंकों की तुलना में 186.4 अंक पर पहुंच गया है और इसका संचयी सूचकांक अप्रैल से जून, 2024-25 के दौरान पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 10.8% बढ़ गया है।
आईसीआई आठ प्रमुख उद्योगों, अर्थात सीमेंट, कोयला, कच्चा तेल, बिजली, उर्वरक, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद और इस्पात के संयुक्त और व्यक्तिगत उत्पादन प्रदर्शन को मापता है।
आठ प्रमुख उद्योगों के संयुक्त सूचकांक में जून 2024 में, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में, 4.0% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जो समग्र औद्योगिक विस्तार में कोयला क्षेत्र के पर्याप्त योगदान को रेखांकित करता है। कोयला उद्योग ने पिछले दो वर्षों से आठ प्रमुख उद्योगों की समग्र वृद्धि की तुलना में काफी अधिक वृद्धि प्रदर्शित करते हुए लगातार अपने समकक्ष उद्योगों से बेहतर प्रदर्शन किया है।
जून 2024 के दौरान कोयला उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि को इस महत्वपूर्ण उछाल के पीछे की प्रेरक शक्ति कहा जा सकता है, जिसमें उत्पादन 84.71 मिलियन टन (अनंतिम) तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 14.6% की उल्लेखनीय वृद्धि को रेखांकित करता है। उत्पादन में यह वृद्धि, ऊर्जा और विनिर्माण उद्योगों की बढ़ती मांग को पूरा करने की क्षेत्र की क्षमता को दिखाती है।
कोयला क्षेत्र का असाधारण विस्तार, कोयला मंत्रालय के लगातार प्रयासों और सक्रिय पहलों का प्रमाण है, जिसने आठ प्रमुख उद्योगों के समग्र विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ये प्रयास “आत्मनिर्भर भारत” के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं तथा आत्मनिर्भरता और ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में राष्ट्र की प्रगति में योगदान देते