रविवार को मध्य प्रदेश के सभी 55 जिलों के लिए ‘प्रधानमंत्री उत्कृष्टता महाविद्यालय’ का वर्चुअल उद्घाटन किया और 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने के लक्ष्य के बीच नई शिक्षा नीति लाने में नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता की सराहना की। इंदौर के अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, जिसे पीएम उत्कृष्टता महाविद्यालय के रूप में विकसित किया गया है।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है, जब देश आजादी के 100 साल पूरे करेगा। इसमें एनईपी की अहम भूमिका होगी, विकसित राष्ट्र बनने के लिए शिक्षा की नींव मजबूत करनी होगी और पीएम मोदी ने अगले 25 साल की जरूरतों को पूरा करने वाली एनईपी लाकर दूरदर्शिता दिखाई है।”
उन्होंने ने कहा, “एनईपी न केवल हमारे छात्रों को दुनिया के लोगों के बराबर खड़ा करेगी, बल्कि देश की संस्कृति को भी एकजुट करेगी। यह मात्रा पर नहीं बल्कि गुणवत्ता पर केंद्रित है और छात्रों को अलग तरीके से सोचने का अवसर प्रदान करती है। एनईपी उनके 360 डिग्री विकास को सुनिश्चित करती है।” केंद्रीय गृह मंत्री ने छात्रों के लाभ के लिए हिंदी में मेडिकल और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए सांसद की प्रशंसा की।
अधिकारियों ने बताया कि इन उत्कृष्ट कॉलेजों में सभी पाठ्यक्रम एनईपी के अनुसार पेश किए जाएंगे और इनका उद्देश्य रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करना होगा। इन कॉलेजों की अनुमानित लागत 486 करोड़ रुपये है।
उन्होंने ने कहा कि इंदौर फार्मा और ऑटोमोबाइल क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है और निस्संदेह यह राज्य की वित्तीय राजधानी है।