नवभारत टाइम्स में प्रकाशित
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) ने गुरुवार को साल 2020 के लिए अपने आखिरी स्पेस मिशन को सफलता पूर्वक लॉन्च किया। श्रीहरिकोटा के स्पेस सेंटर से PSLV-C50 के साथ कम्युनिकेशन सैटलाइट सीएमएस-01 का सफल प्रक्षेपण किया गया है। इस सैटलाइट लॉन्च के लिए बीते कई दिनों से इंतजार किया जा रहा था, लेकिन मौसम की मुश्किलों के कारण वैज्ञानिक इसकी इजाजत नहीं दे रहे थे।
आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) को एसएचएआर भी कहा जाता है। सीएमएस-01, इसरो का 42 वां संचार उपग्रह है और इसे भारत की मुख्य भूमि, अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप को कवर करने वाले फ्रीक्वेंसी स्पेक्ट्रम के विस्तारित सी-बैंड में सेवाएं मुहैया करने के लिए तैयार किया गया है।
इसरो की ओर से तैयार किया गया ये मिशन अंतरिक्ष में सात साल तक काम करेगा। ये सैटलाइट जीसैट-12 की जगह लेगा, जो कि साल 2011 में लॉन्च किया गया था। सीएमएस-सी50 का लॉन्च साल 2020 के लिए इसरो का आखिरी स्पेस प्रोग्राम है। बताया जा रहा है कि इसरो लंबे वक्त से इस प्रोग्राम की तैयारी कर रहा था। हालांकि बंगाल की खाड़ी में तूफान का पूर्वानुमान होने के कारण वैज्ञानिक इसकी इजाजत नहीं दे रहे थे।