आर.के. सिंह और केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने आज 10 मार्च 2024 को मध्य प्रदेश में एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (आरईएल) की 630 मेगावाट बरेठी सौर ऊर्जा परियोजना की आधारशिला रखीI उन्होंने कहा कि “पीक डिमांड भी लगभग दोगुनी हो गई है, लेकिन बिजली क्षमता में वृद्धि के कारण हम इस मांग को पूरा करने में अब सक्षम हैं।“ हमने ट्रांसमिशन नेटवर्क स्थापित किया है जो देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में बिजली स्थानांतरित कर सकता है और हम इस ट्रांसमिशन क्षमता में वृद्धि करना जारी रख रहे हैं।
उन्होंने ने कहा कि सरकार ने हर गांव को बिजली से जोड़ दिया है और “ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की उपलब्धता 22 घंटे से अधिक और शहरी क्षेत्रों में 23 घंटे से अधिक हो गई है। हमने 24 घंटे / सातों दिन बिजली को लोगों का अधिकार बना दिया है। हमने लगभग 3,000 उपकेन्द्र ( सबस्टेशन) जोड़े हैं और लगभग 4,000 सबस्टेशननों को अद्यतन (अपग्रेड) किया है।
उन्होंने कहा कि “हमारी विश्व में सबसे तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था है और हमारी बिजली की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए हमें और अधिक बिजली क्षमता जोड़ने की जरूरत है। बरेठी सौर ऊर्जा परियोजना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह 630 मेगावाट की है और इसके अलावा यह स्वच्छ ऊर्जा भी है। एनटीपीसी दुनिया की सबसे बड़ी बिजली कंपनियों में से एक है तथा अब, एनटीपीसी नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र भी स्थापित कर रहा है, जो पहले केवल तापीय विद्युत् संयंत्र (थर्मल प्लांट्स) ही लगाता था ।”
इस परियोजना के चालू होने से न केवल ग्रिड को हरित बिजली की आपूर्ति होगी, बल्कि लोगों को सस्ती बिजली भी सुनिश्चित होगी। इस बीच, परियोजना के निर्माण से क्षेत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करने में भी सहायता मिल रही है। सतत विद्युत् उत्पादन की दिशा में एक कदम के रूप में यह परियोजना प्रति वर्ष 12 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम करेगी, जिससे देश को अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं और हरित ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता मिलेगी ।
एनटीपीसी लिमिटेड 75 गीगावॉट से अधिक स्थापित क्षमता के साथ भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली उपयोगिता (पॉवर यूटिलिटी) है जो भारत में कुल बिजली मांग का 25% योगदान देती है। वर्ष 2032 तक, एनटीपीसी अपनी गैर-जीवाश्म-आधारित क्षमता (नॉन-फ़ॉसिल बेस्ड कैपेसिटी) को कंपनी के 130 गीगावॉट के निवेश (पोर्टफोलियो) के 45% -50% तक विस्तारित करना चाहता है, जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा की 60 गीगावॉट क्षमता शामिल होगी।