केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग तथा आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने  सागरसेतु (एनएलपी-मरीन) प्लेटफॉर्म के भीतर दो डिजिटल मॉड्यूल लॉन्च किए। इन अग्रणी मॉड्यूल, अर्थात् मैरीटाइम सिंगल विंडो (एमएसडब्ल्यू) और मर्केंटाइल मैरीटाइम डिपार्टमेंट (एमएमडी) का उद्घाटन पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग राज्य मंत्री (एमओपीएसडब्ल्यू) श्री श्रीपद वाई नाइक और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सम्मानित उपस्थिति में किया गया।

उन्होंने कहा, ‘सागरसेतु (एनएलपी-मरीन) के एमएमडी और एमएसडब्ल्यू मॉड्यूल का लॉन्च सिर्फ एक तकनीकी प्रगति नहीं है; ”यह प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण के साथ भारत के समुद्री क्षेत्र के भविष्य को आकार देने की प्रतिबद्धता है।”

एमएमडी मॉड्यूल की व्यापक क्षमताएं पोत की निगरानी, ​​निरीक्षण और रिलीज प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करती हैं, जिससे समुद्री संचालन में दक्षता और समन्वय बढ़ता है। ये डिजिटल प्रगति महत्वाकांक्षी मैरीटाइम विजन 2030 के अनुरूप है, जो समुद्री क्षेत्र में व्यापार करने में आसानी, परिचालन दक्षता और प्रौद्योगिकी एकीकरण पर जोर देती है। ‘सागर-सेतु’ मोबाइल ऐप, जो अप्रैल 2023 में लॉन्च किया गया एनएलपी-मरीन का विस्तार है, जहाजों, गेट विवरण, कंटेनर फ्रेट स्टेशनों और लेनदेन पर वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करता है, जिससे आयात और निर्यात मंजूरी को और अधिक सुव्यवस्थित किया जाता है।

कार्यक्रम के दौरान बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के भीतर स्वच्छता और स्वच्छता पहल में संगठनों के उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देते हुए स्वच्छता पखवाड़ा पुरस्कार भी प्रदान किए गए। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने पहला पुरस्कार हासिल किया, उसके बाद भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय (आईएमयू) और विशाखापत्तनम बंदरगाह को क्रमशः दूसरा और तीसरा पुरस्कार मिला। उन्होंने ने समुद्री क्षेत्र में स्वच्छता मानकों को बनाए रखने की प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान बंदरगाह और उसकी सहायक कंपनियों के प्रयासों की सराहना की।

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