डिब्रूगढ़ में 100 बिस्तरों वाला योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अस्पताल बनेगा, जो उत्तर पूर्व भारत में पहला होगा। केंद्रीय आयुष मंत्री ने असम के मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान की आधारशिला रखी। 15 एकड़ भूमि पर इस अत्याधुनिक संस्थान को विकसित करने के लिए लगभग ₹100 करोड़ का निवेश किया जाएगा।
प्राकृतिक चिकित्सा और योग आयुष के दो सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं जो न केवल आपकी बीमारियों का उपचार करते हैं बल्कि आपके मन और शरीर को हर चुनौती का सामना करने और स्वस्थ जीवन जीने के लिए पुनर्जीवित करते हैं। योग और प्राकृतिक चिकित्सा पर इस अस्पताल और अनुसंधान केंद्र की शुरुआत से, असम के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र के लोगों को इसके कई लाभों से बहुत अधिक लाभ होगा
अस्पताल आंतरिक रोगी, बाह्या रोगी और दिवस देखभाल सेवाएं प्रदान करेगा। संस्थान द्वारा दी जाने वाली सेवाएँ ये हैं, प्राकृतिक चिकित्सा आहार और पोषण, योग चिकित्सा, मालिश और जोड़-तोड़ चिकित्सा, एक्यूप्रेशर, एक्यूपंक्चर, क्रोमोथेरेपी, मैग्नेटो थेरेपी, फिजियोथेरेपी और हाइड्रोथेरेपी उपचार सेवाएं। यह रोगियों को मोटापा, मेटाबोलिक सिंड्रोम, मधुमेह, सीवीडी, स्ट्रोक, अस्थमा, सीओपीडी, माइग्रेन, आईबीएस, आईबीडी, गठिया, ऑटोइम्यून रोग, कैंसर, न्यूरोडीजेनेरेटिव रोगों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में सहायता करेगा।
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