केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कल उत्तर प्रदेश के कानपुर में गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में एक सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक का वर्चुअल उद्घाटन किया। उन्होंने कानपुर में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ स्पीच एंड हियरिंग (AIISH) सैटेलाइट सेंटर की आधारशिला भी रखी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के गणमान्य व्यक्ति उपस्थि थे।

उन्होंने ने कहा, “यह सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक लोगों को 12 सुपर-स्पेशियलिटी सेवाएं प्रदान करता है, जिससे लोगों को स्थानीय स्तर पर इन विशेष सेवाओं को लेने में मदद मिलेगी, जिससे उनका बहुमूल्य समय और संसाधनों की बचत होगी।” उन्होंने आगे कहा, “कानपुर में एआईआईएसएच सेंटर उत्तर भारत का पहला ऐसा अत्याधुनिक सेंटर होगा, जो न केवल डॉक्टरों को प्रशिक्षित करेगा बल्कि लोगों की देखभाल भी करेगा।”

उन्होंने कहा, “यह देश के स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य के संपूर्ण पहलू को बदलने के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता है।” उन्होंने ने कहा, “देश में एम्स की संख्या 6 से बढ़कर 23 हो गई है, मेडिकल कॉलेजों की संख्या लगभग दोगुनी होकर 710 हो गई है, जन औषधि केंद्र 10,000 से अधिक हो गए हैं और एमबीबीएस और पीजी को दोगुना करने जैसी अन्य समान उपलब्धियां हासिल हुई हैं।” आयुष्मान भारत योजना के तहत 1.60 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की सीटें और स्थापना भारत में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में हो रही तीव्र प्रगति को रेखांकित करती है।

उन्होंने ने कहा कि नई स्वास्थ्य देखभाल अवसंरचना के निर्माण के अलावा, सरकार ने गुणवत्तापूर्ण देखभाल और उपचार का दायरा भी बढ़ाया है, जिसे लोग सार्वजनिक और निजी दोनों अस्पतालों से प्राप्त कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश के लिए की गई स्वास्थ्य देखभाल पहल पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का एकमात्र राज्य है, जहां दो एम्स हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में राज्य में मेडिकल कॉलेजों की संख्या भी दोगुनी हो गई है। यह 30 आईसीयू बेड और 8 ऑपरेशन थिएटर सहित आधुनिक सुविधाओं से भी सज्जित होगा।

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