एयर मार्शल पंकज मोहन सिन्हा पुणे की राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से स्नातक हैं और वे जून 1985 में एक लड़ाकू विमान पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना में नियुक्त किये गए थे। श्री सिन्हा वेलिंगटन के प्रतिष्ठित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के पूर्व छात्र भी रहे हैं। वे एक अनुभवी फाइटर पायलट हैं और ‘ए’ श्रेणी के मान्यता प्राप्त फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर, फाइटर स्ट्राइकर लीडर, इंस्ट्रूमेंट रेटिंग इंस्ट्रक्टर तथा परीक्षक के रूप में विभिन्न पदों कार्यरत रहे हैं। एयर मार्शल सिन्हा के पास 4500 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव है।

श्री सिन्हा ने 37 साल से अधिक के अपने सेवा काल में कई महत्वपूर्ण कमान और स्टाफ नियुक्तियों पर कार्य किया है। इनमें फाइटर स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर और फ्लाइंग स्टेशन पर मुख्य उड़न प्रशिक्षक (फ्लाइंग) जैसी नियुक्तियां शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने ब्रिटेन में रॉयल एयर फोर्स वैली में ट्रेनिंग कोऑर्डिनेशन ऑफिसर के रूप में कार्य किया है, जहां पर उन्होंने हॉक विमान उड़ाया था। एयर मार्शल पंकज वायु सेना मुख्यालय में प्रधान निदेशक कार्मिक अधिकारी, एक प्रतिष्ठित वायु सेना स्टेशन के कमांडिंग वायु अधिकारी, वायुसेना प्रमुख के वायु सहायक और वायु सेना मुख्यालय में वायु सेना संचालन (आक्रमण) के प्रमुख सहायक के रूप में भी कार्यरत रहे हैं। वे एक प्रमुख लड़ाकू स्क्वाड्रन के कमोडोर कमांडेंट हैं और वर्तमान नियुक्ति पर आने से पहले वायु सेना मुख्यालय में वायु संचालन महानिदेशक के पद पर थे।

एयर मार्शल पंकज मोहन सिन्हा को ‘विशिष्ट सेवा पदक’ और ‘अति विशिष्ट सेवा पदक’ से सम्मानित किया जा चुका है। श्री मोहन सिन्हा ने एयर मार्शल एस प्रभाकरन का स्थान लिया है, जो भारतीय वायुसेना में 39 साल से अधिक की विशिष्ट सेवा देने के बाद 31 दिसंबर 2022 को सेवानिवृत्त हो गए हैं।

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