प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एम्स, देवघर में 10,000वें जन औषधि केंद्र का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने देश में जन औषधि केंद्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने का कार्यक्रम भी लॉन्च किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र का भी शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की।
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया भी एम्स, देवघर से इस कार्यक्रम में शामिल हुए, जहां 10,000वां जन औषधि केंद्र राष्ट्र को समर्पित किया गया है। डॉ. मनसुख मांडविया ने लाभार्थियों से बातचीत भी की है। डॉ. मांडविया ने फसल वाले खेत में ड्रोन द्वारा इफको के नैनो यूरिया छिड़काव का प्रत्यक्ष प्रदर्शन देखने के लिए देवघर के रामलडीह गांव का भी दौरा किया।
स्वास्थ्य सुविधा को किफायती और सुलभ बनाना प्रधानमंत्री के स्वस्थ भारत के विजन का आधार रहा है। सस्ती कीमत पर दवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जन औषधि केंद्र की स्थापना करना इस दिशा में एक प्रमुख पहल रही है।
स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच और कृषि आधारित समृद्धि दोनों को बढ़ाने के उद्देश्य से एक ऐतिहासिक समन्वय के क्रम में, प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां (पीएसीएस) और जनौषधि केंद्र सामुदायिक कल्याण के लिए समग्र दृष्टिकोण बनाने के लिए एकजुट हो रहे हैं। इस सहयोग के हिस्से के रूप में, जनऔषधि केंद्र विकसित भारत संकल्प यात्रा के उत्सव के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
सभी को सस्ती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से, रसायन और उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्यूटिकल्स विभाग द्वारा प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) शुरू की गई थी। इस योजना के तहत, देश भर में पहले से ही 9900 से अधिक कार्यशील जन औषधि केंद्र हैं। पीएमबीजेपी की उत्पाद श्रृंखला में 1963 दवाएं और 293 सर्जिकल उपकरण शामिल हैं, जो सभी प्रमुख चिकित्सीय समूहों को कवर करते हैं।