भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) और अमेज़ॅन सेलर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (अमेज़ॅन) के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। एमओयू का उद्देश्य गंगा नदी (राष्ट्रीय जलमार्ग 1) का उपयोग करके अंतर्देशीय जलमार्गों के माध्यम से कार्गो आंदोलन और ग्राहक शिपमेंट और उत्पादों के परिवहन को बढ़ावा देना है। ई-कॉमर्स कार्गो वाले पहले जहाज को जल्द ही पटना से कोलकाता के लिए रवाना किया जाएगा।
इस अवसर पर बोलते हुए, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री ने कहा, समझौता ज्ञापन भारत के जलमार्ग की विकास कहानी में एक और महत्वपूर्ण पत्ती का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह साझेदारी हमारे अंतर्देशीय जलमार्गों के माध्यम से ई-कॉमर्स कार्गो की आवाजाही को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगी।
मंत्रालय ने कहा कि इस सेवा की शुरुआत से, भारत के भीतरी इलाकों के कारीगरों, उद्यमियों और व्यापारियों को अपने उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक बाजार में, उचित रूप से, आसानी से एक कुशल माध्यम से सस्ती कीमत पर बेचने का अवसर मिलेगा। परिवहन।
मंत्रालय ने आगे कहा कि अमेज़ॅन ग्राहक पैकेजों की तेज, लागत प्रभावी, टिकाऊ और अधिक विश्वसनीय डिलीवरी सुनिश्चित करने और अपने लाखों विक्रेताओं तक व्यापक पहुंच प्रदान करने के लिए देश में परिवहन के सभी संभावित तरीकों का उपयोग करने में सक्षम होगा। इस साझेदारी से न केवल अमेज़ॅन को उनकी परिवहन लागत कम करके लाभ होगा, बल्कि सभी ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए भारत में व्यापक अंतर्देशीय जलमार्गों का लाभ उठाने की नई संभावनाएं भी खुलेंगी।