प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ठीक ही कहा है कि “भारत की प्रगति प्रौद्योगिकी और नवाचार को अपनाने की हमारी क्षमता पर निर्भर करती है।” ये शब्द वायरलेस संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत सरकार की गतिशील पहलों की प्रतिध्वनियां हैं। इन प्रयासों में एक ऐसा बहुआयामी दृष्टिकोण शामिल है,  जिसमें उभरती वायरलेस प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना, वायरलेस संचार उपकरणों के घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहित करना एवं रक्षा, स्वास्थ्य सेवा एवं दूरसंचार सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अत्याधुनिक वायरलेस समाधान अपनाने की सुविधा शामिल है। यह मजबूत प्रतिबद्धता प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने और वायरलेस संचार के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने, देश की समृद्धि और सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देने के प्रति भारत के समर्पण का उदाहरण देती है।

इस परिकल्पना को आगे बढ़ाते हुए, प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट बोर्ड-टीडीबी) ने मेसर्स लेखा वायरलेस सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, बेंगलुरु को उनकी अभिनव परियोजना “अंतरिक्ष, रक्षा और विमानन अनुप्रयोगों के लिए रणनीतिक रूप से समुन्नत एसडीआर” हेतु अपने समर्थन की घोषणा की है। यह समझौता भारत में विशेष रूप से वायरलेस संचार के क्षेत्र में नवाचार और तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का द्योतक है। टीडीबी ने कुल 17.92 करोड़ रुपये में से 4.17 करोड़ रूपये की वित्तीय सहायता को मंजूरी दी है।

यह महत्वाकांक्षी पहल वायरलेस संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की क्षमताओं को सुद्रढ़  करने की अत्यधिक संभावनाएं रखती है। इस परियोजना का प्राथमिक उद्देश्य “एंटेयर्स” ब्रांड नाम के अंतर्गत अत्याधुनिक उत्पादों की एक श्रृंखला को बाजार में लाना है। इन उत्पादों में निम्नांकित शामिल हैं

क. हस्तगत (हैंडहेल्ड) एसडीआर : विशेष रूप से गैर 3जी पीपी अनुप्रयोगों के अंतर्गत सामरिक अनुप्रयोगों के लिए एल, एस और सी बैंड में संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया एक बहुमुखी हस्तगत (हैंडहेल्ड) एसडीआर है। इस इकाई में बेसबैंड प्रोसेसिंग, पावर एम्पलीफायर और एक एकीकृत एंटीना जैसे आवश्यक घटक शामिल हैं। इस इकाई के महत्वपूर्ण मापदंडों में भार, फॉर्म-फैक्टर, संचार रेंज और बैटरी प्रबंधन शामिल हैं। पर्यावरणीय तनाव जांच (ईएसएस) और विद्युत् चुम्बकीय हस्तक्षेप/विद्युत् चुम्बकीय संगतता (इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरफेरेन्स/इलेक्ट्रोमैग्नेटिक कॉम्पैटिबिलिटी– ईएमआई/ ईएमसी) दोनों के लिए प्रमाणन अनिवार्य है।

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