नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत एक मिनीरत्न श्रेणी-I केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम, सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई) ने आज बिजली बिक्री समझौतों (पीएसए) के तहत 50 गीगावॉट क्षमता के समझौते पर हस्ताक्षर कर महत्वपूर्ण पड़ाव हासिल किया है। हस्ताक्षरित पीएसए की नवीनतम क्षमता अब 50,292.64 मेगावाट है, जहां एसईसीआई एक मध्यस्थ खरीदार के रूप में व्यापारी है।
हाल ही में, एसईसीआई ने उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के साथ 690 मेगावाट पवन ऊर्जा के पीएसए और तमिलनाडु जेनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन लिमिटेड के साथ आईएसटीएस सोलर ट्रेंच VIII के तहत 500 मेगावाट सौर ऊर्जा के पीएसए पर हस्ताक्षर किए। एसईसीआई ने सीपीएसयू योजना के तहत 700 मेगावाट सौर ऊर्जा के लिए गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के साथ एक बहुप्रतीक्षित बिजली उपयोग समझौता भी किया।
एसईसीआई बिजली व्यापार के मार्ग पर बढ़ता हुआ देश के सबसे बड़े ऊर्जा व्यापारी के रूप में नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसईसीआई) विभिन्न नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) संसाधनों, विशेष रूप से सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, आरई-आधारित भंडारण प्रणाली, बिजली का व्यापार, अनुसंधान एवं विकास के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा आरई-आधारित उत्पाद जैसे हरित हाइड्रोजन, हरित अमोनिया और आरई-संचालित इलेक्ट्रिक वाहन के प्रचार और विकास में लगा हुआ है।
कंपनी नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की कई योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए नोडल एजेंसियों में से एक है। कंपनी के पास श्रेणी 1 पावर ट्रेडिंग लाइसेंस है और यह सौर, पवन, हाइब्रिड, आरटीसी और बीएसईएसएस पावर की कार्यान्वित की जा रही योजनाओं के तहत स्थापित परियोजनाओं के व्यापार के माध्यम से इस डोमेन में सक्रिय है।