इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के सचिव, श्री एस. कृष्णन (आईएएस) ने 16 अक्टूबर 2023 को नाइलिट की 26वीं अखिल भारतीय निदेशक बैठक के दौरान नाइलिट, गोरखपुर में रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन (आरपीए) लैब का उद्घाटन किया। अत्याधुनिक आरपीए प्रयोगशाला का निर्माण एमईआईटीवाई द्वारा वित्तपोषित फ्यूचर स्किल प्राइम परियोजना के अंतर्गत किया गया है, जिसका उद्देश्य आरपीए की उभरती हुई तकनीक में जनशक्ति को कौशल प्रदान करना है। यह फ्यूचर स्किल प्राइम परियोजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश में अपनी तरह की पहली प्रयोगशाला है, जिसे उद्योग एवं शिक्षा के बीच की खाई को पाटने के लिए स्थापित किया गया है।
एमईआईटीवाई के सचिव ने कहा कि यह अत्याधुनिक आरपीए प्रयोगशाला देश को एक वैश्विक प्रौद्योगिकी पावरहाउस में परिवर्तित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रही है। उन्होंने डेटा एंट्री और सत्यापन जैसे दोहराव को समाप्त करने, मैनुअल प्रक्रियाओं को स्वचालित बनाकर नागरिकों के लिए सेवाओं में सुधार लाने की प्रक्रिया में आरपीए की भूमिका पर भी बल दिया, जिससे लिपिक त्रुटियों और प्रतिक्रिया समय में कमी लायी जा सके।
डीडीयू में 350 से ज्यादा कॉलेज और 3 लाख छात्र हैं। यह एमओयू उन्हें आईईसीटी क्षेत्र में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर इंटर्नशिप और कार्यक्रमों के साथ-साथ पूर्वांचल के युवाओं को कौशल प्रदान करने में मदद करेगा, जो तुलनात्मक रूप से आर्थिक मामलों में कमजोर हैं और इससे उनकी रोजगार क्षमता में भी बढ़ोतरी होगी। डीडीयू ऑनलाइन कार्यक्रम शुरू करने की योजना बना रहा है और नाइलिट के साथ सहयोग विश्वविद्यालय के साथ-साथ छात्रों और संकाय सदस्यों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के वातावरण में सीखने में मदद करेगा।
डॉ. मदन मोहन त्रिपाठी, महानिदेशक ने कहा कि नाइलिट आईईसीटी उद्योगों और संबद्ध क्षेत्रों के प्रशिक्षण, परामर्श, डिजाइन और उत्पाद विकास की आवश्यकातों को पूरा करता है। उन्होंने कौशल विकास लक्ष्य की प्राप्ति और नाइलिट केंद्रों के कार्य-निष्पादन को बढ़ाने के लिए योजना और रूपरेखा पर चर्चा की।