रेल मंत्रालय के तहत इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड (आईआरसीओएन) और राइट्स लिमिटेड (राइट्स), दोनों ऐसे केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (सीपीएसई) हैं, जिन्हें केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (सीपीएसई) में क्रमशः 15वें और 16वें नवरत्न के रूप में घोषित किया गया है। उन्हें यह दर्जा वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को दिया है।

अपने निगमन के 50वें वर्ष में प्रवेश करते हुए, राइट्स लिमिटेड भारत में एक अग्रणी परिवहन अवसंरचना परामर्श और इंजीनियरिंग फर्म है। यह परिवहन, रेलवे, रोलिंग स्टॉक के निर्यात, राजमार्ग, हवाई अड्डे, महानगर, शहरी इंजीनियरिंग व निरंतरता, बंदरगाह व जलमार्ग और ऊर्जा प्रबंधन के विभिन्न क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान करता है।

नवरत्न का दर्जा मिलने से राइट्स को अपने ब्रांड को आगे बढ़ाने, वैश्विक बाजार में अधिक प्रभावी ढंग से प्रतिस्पर्धा करने और विकास के लिए नए मोर्चे पर अधिक दमखम से आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।

47वें वर्षों में इरकॉन की मुख्य क्षमता रेलवे, राजमार्ग और एक्स्ट्रा हाई टेंशन सबस्टेशन इंजीनियरिंग और निर्माण में है। कंपनी ने रेलवे निर्माण के क्षेत्रों में संचालित परियोजनाओं को क्रियान्वित किया है, जिसमें गिट्टी रहित ट्रैक, विद्युतीकरण, सुरंग निर्माण, सिग्नल और दूरसंचार के साथ-साथ लोकोमोटिव को पट्टे पर देना, सड़कों, राजमार्गों, वाणिज्यिक, औद्योगिक और आवासीय भवनों व परिसरों, हवाई अड्डे के रनवे, हैंगर, मेट्रो और मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम आदि का निर्माण शामिल है। इरकॉन का भारत और अन्य देशों के कई राज्यों में व्यापक संचालन है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 10,750 करोड़ रुपये का समेकित वार्षिक कारोबार और 765 करोड़ रुपये का कर पश्चात लाभ दर्ज किया है।

“नवरत्न” का दर्जा दिए जाने से, कंपनियों को बाजार की विश्वसनीयता बढ़ाने और बड़े आकार की पीपीपी परियोजनाएं शुरू करने में लाभ होगा।

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