प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज तेलंगाना के निजामाबाद में एक कार्यक्रम में एनटीपीसी की तेलंगाना सुपर थर्मल पावर परियोजना के पहले चरण के पहले 800 मेगावाट संयंत्र का लोकार्पण किया। पेड्डापल्ली जिले में स्थित यह परियोजना तेलंगाना को कम लागत वाली बिजली प्रदान करेगी और राज्य के आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी। यह परियोजना देश में पर्यावरण के मामले में सबसे अधिक हितेषी परियोजनाओं में से एक होगी।
उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने तेलंगाना के लोगों को बधाई दी और कहा कि किसी भी राष्ट्र या राज्य का विकास बिजली उत्पादन के लिए उसकी आत्मनिर्भर क्षमता पर आधारित होता है, क्योंकि इससे जीवन सुगमता और व्यापार सुगमता में सुधार होता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिजली की सुचारु आपूर्ति से राज्य में उद्योगों के विकास को गति मिलती है। उन्होंने कहा कि परियोजना का दूसरा संयंत्र भी बहुत जल्द चालू हो जाएगा और इसके पूरा होने पर, बिजली संयंत्र की स्थापित क्षमता बढ़कर 4,000 मेगावाट हो जाएगी।
उन्होंने ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि तेलंगाना सुपर थर्मल पावर प्लांट देश में एनटीपीसी के सभी बिजली संयंत्रों में से सबसे आधुनिक बिजली संयंत्र है। उन्होंने ने कहा, “इस बिजली संयंत्र में उत्पादित बिजली का बड़ा हिस्सा तेलंगाना के लोगों को मिलेगा।” उन्होंने कहा कि जिन परियोजनाओं की आधाशिला रखी जा रही है, उन्हें पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने सारे प्रयास किए हैं। उन्होंने 2016 में इस परियोजना की आधारशिला रखे जाने का स्मरण किया और कहा कि वे आज इसका उद्घाटन करने के लिए आभारी हैं। उन्होंने कहा, “यह हमारी सरकार की नई कार्य संस्कृति है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार तेलंगाना की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए काम कर रही है।
एनटीपीसी की तेलंगाना सुपर थर्मल पावर परियोजना का चरण-I पेड्डापल्ली जिले में एनटीपीसी के मौजूदा रामागुंडम स्टेशन के परिसर में उपलब्ध भूमि पर 10,998 करोड़ रुपये की अनुमोदित लागत पर स्थापित किया जा रहा है। यह तेलंगाना राज्य को अपनी 85 प्रतिशत बिजली की आपूर्ति करेगा।
अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल तकनीक के साथ एक पिट-हेड पावर स्टेशन होने से, यह परियोजना तेलंगाना राज्य को कम लागत वाली बिजली उपलब्ध कराकर राज्य की सहायता करेगी। इसके अलावा, यह भारत में एनटीपीसी का सबसे कुशल पावर स्टेशन होने के नाते, यह विशिष्ट कोयले की खपत (उत्पादित बिजली की प्रति इकाई कोयले की कुल खपत) और सीओ2 उत्सर्जन को कम करेगा, जिससे यह भारत में सबसे अधिक पर्यावरण के अनुरूप बिजली स्टेशनों में से एक बन जाएगा।
परियोजना का पहला संयंत्र के शुरु होने के साथ, तेलंगाना राज्य सहित देश में बिजली आपूर्ति परिदृश्य में सुधार हुआ है। यह परियोजना क्षेत्र में समग्र आर्थिक विकास को मजबूत करने में मदद करेगी।
एनटीपीसी लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली सुविधा है, जो देश की एक-चौथाई जरूरत को पूरा करती है। 73 गीगावॉट से अधिक की स्थापित क्षमता और ताप, पनबिजली, सौर और पवन ऊर्जा संयंत्रों के विविध विकल्पों के साथ, एनटीपीसी देश को विश्वसनीय, सस्ती और टिकाऊ बिजली प्रदान करने के लिए समर्पित है। कंपनी एक हरित भविष्य के लिए उत्कृष्ट व्यवहारों को अपनाने, नवाचार को बढ़ावा देने और स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है।