एनएचपीसी लिमिटेड, भारत की प्रमुख जलविद्युत कंपनी और भारत सरकार के एक ‘मिनी रत्न’ श्रेणी- I उद्यम ने अपने निदेशक मंडल के अनुमोदन से वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए अपने लेखा परीक्षित वित्तीय परिणाम घोषित किए हैं।
कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष के 3538 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 2022-23 में स्टैंडअलोन आधार पर 3834 करोड़ रुपये का कर पश्चात लाभ (पीएटी) दर्ज किया है, जो 8% अधिक है। 2021-22 में 3524 करोड़ रुपये की तुलना में 2022-23 के लिए समेकित शुद्ध लाभ 3890 रुपये रहा, जिससे 10% की वृद्धि दर्ज की गई। एनएचपीसी पावर स्टेशनों ने वित्त वर्ष 2022-23 में 24907 मिलियन यूनिट (एमयू) का उत्पादन हासिल किया।
निदेशक मंडल ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 1.40 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश के अलावा 0.45 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम लाभांश की सिफारिश की। इस हिसाब से वित्त वर्ष 2022-23 के लिए कुल लाभांश 1.85 रुपये प्रति शेयर है।
एनएचपीसी की वर्तमान में 25 पावर स्टेशनों से 7097.2 मेगावाट की स्थापित क्षमता है और वर्तमान में 10489 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता वाली 16 परियोजनाओं के निर्माण में लगी हुई है। इसमें 5882 मेगावाट की कुल क्षमता वाली 12 परियोजनाएं भी मंजूरी चरण के तहत हैं और 2 परियोजनाएं सर्वेक्षण और जांच चरण में 890 मेगावाट की कुल क्षमता वाली हैं।