केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज द्वारका, गुजरात में 470 करोड़ रुपये की लागत से नेशनल एकेडमी ऑफ कोस्टल पुलिसिंग (एनएसीपी) के स्थायी परिसर का शिलान्यास किया। इस अवसर पर केंद्रीय गृह सचिव और सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। उन्होंने ने कहा कि सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए यह आवश्यक है कि हमारे सीमा प्रहरियों के रहने और काम करने की सुविधाएं बढ़ाई जाएं, सरकार को उनके परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए और उन्हें स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए। -सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं।
उन्होंने ने कहा कि पूरे देश में तटीय पुलिस कर्मियों की कुल संख्या लगभग 12,000 है और एक बार जब यह अकादमी पूरी तरह से चालू हो जाएगी, तो एक वर्ष में 3,000 लोगों के प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी। इस तरह 4 साल में भारत के तटीय सुरक्षा में लगे सभी कर्मियों का शत-प्रतिशत प्रशिक्षण पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि और दृढ़ संकल्प के कारण आज तटीय सुरक्षा सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है।
मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास और सुरक्षाकर्मियों की भलाई सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने ने कहा कि यदि सीमाएं सुरक्षित नहीं हैं तो देश के अंतर्देशीय क्षेत्र में विकास की कोई गुंजाइश नहीं है।