माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज बजटीय परिव्यय के साथ आईटी हार्डवेयर के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना 2.0 को मंजूरी दे दी। 17,000 करोड़।

भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में पिछले 8 वर्षों में 17% सीएजीआर के साथ लगातार वृद्धि देखी गई है। इस साल इसने उत्पादन में एक प्रमुख बेंचमार्क को पार कर लिया – 105 बिलियन अमरीकी डालर (लगभग 9 लाख करोड़ रुपये)

भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता बन गया है। मोबाइल फोन का निर्यात इस साल 11 अरब अमेरिकी डॉलर (करीब 90 हजार करोड़ रुपये) के एक बड़े पड़ाव को पार कर गया है।

वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र भारत आ रहा है, और भारत एक प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण देश के रूप में उभर रहा है

मोबाइल फोन के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) की सफलता के आधार पर केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई योजना 2.0 को मंजूरी दी

मुख्य विशेषताएं:

आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई स्कीम 2.0 में लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन पीसी, सर्वर और अल्ट्रा स्मॉल फॉर्म फैक्टर डिवाइस शामिल हैं

योजना का बजटीय परिव्यय रुपये है। 17,000 करोड़

इस योजना की अवधि 6 वर्ष है

अपेक्षित वृद्धिशील उत्पादन रु. 3.35 लाख करोड़

अपेक्षित वृद्धिशील निवेश रुपये है। 2,430 करोड़

अपेक्षित वृद्धिशील प्रत्यक्ष रोजगार 75,000 है

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