केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने स्वास्थ्य मंत्रालय की थैलेसीमिया बाल सेवा योजना (टीबीएसवाई) के तीसरे चरण का शुभारंभ किया, जिसे कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा उनके कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहल के हिस्से के रूप में समर्थन दिया जा रहा है। आज यहां विश्व थैलेसीमिया दिवस मनाएं। उन्होंने थैलेसीमिया बाल सेवा योजना पोर्टल भी लॉन्च किया। श्री राजेश भूषण, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, श्री अनिल कुमार झा, सचिव, जनजातीय कार्य मंत्रालय और डॉ. राजीव बहल, सचिव, स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग भी उपस्थित थे।

थैलेसीमिया एक वंशानुगत रक्त विकार है जिसके कारण शरीर में हीमोग्लोबिन सामान्य से कम हो जाता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत 2017 से TBSY को लागू कर रहा है और हाल ही में मार्च 2023 में इसका दूसरा चरण पूरा किया था। थैलेसीमिया के ऐसे रोगियों को एकमुश्त इलाज का अवसर प्रदान करना, जिनके पास मेल खाने वाला भाई-बहन है, लेकिन प्रक्रिया की लागत को कवर करने के लिए वित्तीय संसाधन नहीं हैं। कार्यक्रम ने दो चरणों के दौरान भारत में 10 सूचीबद्ध अस्पतालों में थैलेसीमिया रोगियों के लिए 356 अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक पूरा किया है।

उन्होंने  ने इस अवसर पर सिकल सेल रोग के लिए मानक उपचार कार्यप्रवाह भी जारी किया। इसे आईसीएमआर ने विकसित किया है। केंद्रीय मंत्री ने सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारियों के इलाज के लिए केंद्र सरकार की विभिन्न पहलों का लाभ उठाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, जैसे रक्त आधान आवश्यकताओं के लिए ई-रक्तकोष पोर्टल और उपचार के लिए 1.5 लाख से अधिक स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों का नेटवर्क और नैदानिक ​​देखभाल।

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