बहुउद्देश्यीय पोत (एमपीवी) परियोजना (यार्ड 18001 – समरथक और यार्ड 18002 – उत्कर्ष) के दो जहाजों का कील बिछाने समारोह 20 मार्च 23 को एल एंड टी शिपयार्ड, कट्टुपल्ली में आयोजित किया गया था। समारोह की अध्यक्षता सामग्री के प्रमुख वीएडीएम संदीप नैथानी ने की थी। वीएडीएम किरण देशमुख, सीडब्ल्यूपीएंडए, श्री अशोक खेतान, हेड शिपबिल्डिंग बिजनेस, एलएंडटी और भारतीय नौसेना और एलएंडटी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में। भारत सरकार की ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ पहलों के अनुरूप 22 मार्च को एलएंडटी शिपयार्ड के साथ दो बहुउद्देश्यीय जहाजों के निर्माण का अनुबंध संपन्न हुआ। एल एंड टी, कट्टुपल्ली द्वारा निर्मित ये पहले भारतीय नौसेना युद्धपोत हैं।
बहुउद्देश्यीय पोतों के लिए सभी प्रमुख मशीनरी, सहायक उपकरण और प्रणालियां स्वदेशी निर्माताओं से प्राप्त की जाएंगी। इससे देश के भीतर रक्षा उत्पादन और रोजगार सृजन को और गति मिलेगी। एक बार भारतीय नौसेना को सौंपे जाने के बाद ये जहाज समुद्री निगरानी, गश्त, आपदा राहत और अभ्यास के लिए व्यय योग्य लक्ष्य लॉन्च करने जैसे बहु भूमिका समर्थन कार्य करेंगे। इन जहाजों को स्वायत्त/दूरस्थ रूप से संचालित/मानव रहित जहाजों के संचालन के लिए भी तैनात किया जाएगा।