केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के तहत एक संस्थान, भारतीय घास के मैदान और घास के मैदान अनुसंधान संस्थान, झांसी में बीज प्रसंस्करण और भंडारण सुविधा का उद्घाटन किया। इस अवसर पर महिला किसान सम्मेलन का भी आयोजन किया गया।

इस अवसर पर आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक, रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी के कुलाधिपति डॉ. पंजाब सिंह और कुलपति डॉ. एके सिंह उपस्थित थे. श्री तोमर ने इंडियन ग्रासलैंड एंड ग्रासलैंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ. अमरेश चंद्रा के साथ विश्वविद्यालय की तकनीकों और गतिविधियों की समीक्षा भी की। संस्थान मुख्यालय के अलावा इस प्रकार के बीज प्रोसेसर की 3 इकाइयां धारवाड़ और श्रीनगर स्थित क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्रों में स्थापित की गई हैं, जिन्हें कृषि मंत्रालय द्वारा 3.7 करोड़ रुपये से वित्त पोषित किया गया है। महिला कृषक सम्मेलन के दौरान संस्थान/केन्द्रों पर संचालित अनुसूचित जाति उप-परियोजना अंतर्गत लाभार्थी महिला कृषकों को 50 लाख रुपये मूल्य के कृषि यंत्रों का वितरण किया गया।

उन्होंने ने अनुसूचित जाति उप-परियोजना के माध्यम से किसानों और महिला किसानों के सशक्तिकरण के लिए संस्थान के प्रयासों की सराहना की और संस्थान द्वारा विकसित 300 से अधिक चारा फसल किस्मों और विभिन्न तकनीकों के विकास के लिए संस्थान के वैज्ञानिकों की प्रशंसा की। उन्होंने संस्थान के विभिन्न शोधों को अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचाने पर जोर दिया। किसानों के लाभ के लिए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए उहोने ने देश में पानी और चारे की पर्याप्त उपलब्धता की दिशा में और अधिक प्रयास करने का आह्वान किया।

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