केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने उत्तर प्रदेश के आंवला और फूलपुर में इफको नैनो यूरिया तरल संयंत्रों का उद्घाटन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होने ने कहा कि आज का दिन एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि नैनो यूरिया संयंत्र राष्ट्र को समर्पित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि नैनो यूरिया आने वाले समय में किसानों की प्रगति सुनिश्चित करेगा, उनकी आय में वृद्धि करेगा। इस तरह यह हमारे किसान के भविष्य को बदल देगा।
केंद्रीय मंत्री ने नैनो यूरिया के लाभों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह सबसे अच्छी हरित प्रौद्योगिकी है और प्रदूषण का समाधान प्रदान करती है। यह मिट्टी को बचाता है और उत्पादन भी बढ़ाता है और इसलिए किसानों के लिए सबसे अच्छा है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार की विशेषज्ञ समिति ने नैनो डीएपी को मंजूरी दे दी है और जल्द ही यह डीएपी की जगह लेगी। उन्होंने कहा कि नैनो-डीएपी से हमारे किसानों को अत्यधिक लाभ होगा और यह डीएपी की आधी कीमत पर उपलब्ध होगा।
डॉ मंडाविया ने किसानों को नैनो यूरिया उपलब्ध कराने में सरकार के प्रयासों को भी रेखांकित किया। उन्होंने नैनो यूरिया लाने में विभिन्न विभागों से अनुमोदन प्राप्त करने, किसानों को पारंपरिक यूरिया लॉबी से निपटने के लिए राजी करने जैसी चुनौतियों की ओर भी ध्यान दिलाया।
डॉ मंडाविया ने यह भी कहा कि यह एक वैकल्पिक उर्वरक है। हम वर्षों से उत्पादकता बढ़ाने के लिए यूरिया और डीएपी का इस्तेमाल करते रहे हैं। जब हम यूरिया का उपयोग करते हैं तो केवल 35% नाइट्रोजन (यूरिया) फसल द्वारा उपयोग किया जाता है और अप्रयुक्त मिट्टी को प्रभावित करता है। आज, मिट्टी की उत्पादकता कम हो रही है और फसल उत्पादन संतृप्त है, वैकल्पिक उर्वरकों के लिए जाना आवश्यक था।