केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने झारखंड के देवघर जिले के जसीडीह में 450 करोड़ रुपये के इफको नैनो यूरिया तरल उर्वरक संयंत्र की आधारशिला रखी. यह इफको की पांचवीं उर्वरक इकाई है। उर्वरक संयंत्र सालाना छह करोड़ नैनो यूरिया की बोतलों का उत्पादन करेगा और झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के किसानों को उर्वरकों की आपूर्ति करेगा।
उन्होने ने प्राकृतिक और जैविक खेती पर जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि संरक्षण को एक प्रमुख मुद्दा बनाया है। उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार ने नैनो यूरिया के अनुसंधान से लेकर उत्पादन तक की प्रक्रिया को तेज करने के उपाय किए हैं।
उन्होने ने कहा कि आज लगभग 5 देशों को लिक्विड यूरिया का निर्यात किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इफको द्वारा बनाए गए तरल यूरिया से न केवल भारत के बल्कि दुनिया के किसानों को भी मदद मिलेगी।