केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री  अमित शाह  ने 31 दिसंबर 2022 को  कर्नाटक  के देवनहल्ली में केंद्रीय जासूस प्रशिक्षण संस्थान (CDTI) की आधारशिला रखी। यह देश में केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट का  छठा सीडीटीआई होगा।

सीडीटीआई का देवनहल्ली केंद्र पड़ोसी राज्यों कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा और केंद्र शासित प्रदेश दमन-दीव की फोरेंसिक जरूरतों को पूरा करेगा ।

पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के तहत देश में पांच कार्यरत केंद्रीय जासूस प्रशिक्षण संस्थान (सीडीटीआई) हैं। पहला सीडीटीआई कलकत्ता में 1958 में स्थापित किया गया था । अन्य हैदराबाद, चंडीगढ़, जयपुर और गाजियाबाद में हैं।  CDIT का उद्देश्य डिप्टी SSP रैंक तक के पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण प्रदान करना है।

सेवाकालीन प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य फोरेंसिक विज्ञान में विभिन्न विकासों के साथ पुलिस जांच अधिकारियों को परिचित कराकर इस देश में अपराध जांच के स्तर में सुधार करना है। उन्हें आधुनिक अपराधी के कौशल और संसाधनों से मेल खाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, जो कि विज्ञान की प्रगति ने उनके निपटान में रखा है। उन्हें वैज्ञानिक तरीकों और नई तकनीकों और प्रक्रियाओं को अपनाने और विज्ञान की विभिन्न शाखाओं की सहायता लेने के लिए सिखाया जाता है।

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