केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का मोबाइल ऐप ‘ प्रहरी’ लॉन्च किया। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, बीएसएफ के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह शामिल थे। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों।
उन्होने कहा कि बीएसएफ का ‘प्रहरी’ एप प्रोएक्टिव गवर्नेंस का बेहतरीन उदाहरण है. “अब जवान अपने मोबाइल पर आवास, आयुष्मान-सीएपीएफ और छुट्टियों से संबंधित व्यक्तिगत जानकारी और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। जीपीएफ हो, बायोडाटा हो या “सेंट्रलाइज्ड पब्लिक ग्रीवेंस रिड्रेस एंड मॉनिटरिंग सिस्टम” (सीपी-ग्राम्स) पर शिकायत निवारण हो या विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी हो, अब जवान एप के माध्यम से यह सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और यह एप उन्हें एप से भी जोड़ेगा। गृह मंत्रालय का पोर्टल।
उन्होने ने यह भी कहा कि नोएडा, उत्तर प्रदेश में एक “बीएसएफ ड्रोन/यूएवी और साइबर फॉरेंसिक लैब” स्थापित की गई है, जिसके माध्यम से पाकिस्तान के पकड़े गए ड्रोनों को सीमा पार उनके लिंकेज और स्थानों के लिए पूरी तरह से मैप किया गया है। इन ड्रोन का इस्तेमाल भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए नशीला पदार्थ और हथियार और गोला-बारूद लाने के लिए किया जाता है।
1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद 1 दिसंबर 1965 को सीमा सुरक्षा बल की स्थापना की गई थी। यह एक सीमा बल है जो बांग्लादेश और पाकिस्तान के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर तैनात है।
बीएसएफ को देश की रक्षा की पहली पंक्ति’ के रूप में भी जाना जाता है। यह केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आता है।