केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने पिछले पांच वर्षों में विशेष रूप से अंतरिक्ष अन्वेषण में सहयोग करने के लिए चार सहकारी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा, अमेरिका के साथ समझौता भारत के चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 में अमेरिकी उपकरणों को समायोजित करने के लिए है।
उन्होने ने कहा, जापान के साथ समझौता एक संयुक्त चंद्र ध्रुवीय अन्वेषण मिशन के लिए व्यवहार्यता अध्ययन करने के लिए है, जबकि यूके के साथ भविष्य के अंतरिक्ष विज्ञान मिशनों में सहयोग के लिए व्यवहार्यता अध्ययन करने के लिए है। डॉ. सिंह ने कल राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह बात कही।
उन्होने ने आगे कहा कि अंतरिक्ष विभाग पड़ोसी छोटे देशों और दुनिया के अन्य अंतरिक्ष इच्छुक देशों को उपग्रह सेवाओं सहित अंतरिक्ष विज्ञान से संबंधित प्रौद्योगिकी में प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण प्रदान करता है।