डॉ जितेंद्र सिंह ने फरीदाबाद, हरियाणा में जीवन विज्ञान डेटा-‘इंडियन बायोलॉजिकल डेटा सेंटर’ (IBDC) के लिए भारत का पहला राष्ट्रीय भंडार राष्ट्र को समर्पित किया। इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होने ने कहा, भारत सरकार के बायोटेक-प्राइड दिशानिर्देशों के अनुसार, आईबीडीसी को भारत में सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित अनुसंधान से उत्पन्न सभी जीवन विज्ञान डेटा को संग्रहीत करने के लिए अनिवार्य है।

जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) द्वारा समर्थित, इसे राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी), भुवनेश्वर में डेटा ‘आपदा रिकवरी’ साइट के साथ क्षेत्रीय जैव प्रौद्योगिकी केंद्र (आरसीबी), फरीदाबाद में स्थापित किया गया है।

मूल रूप से, आईबीडीसी एफएआईआर (खोज योग्य, सुलभ, इंटरऑपरेबल और पुन: प्रयोज्य) सिद्धांतों के अनुसार डेटा साझा करने की भावना के लिए प्रतिबद्ध है। आईबीडीसी को एक मॉड्यूलर फैशन में विकसित किया जा रहा है जिसमें विभिन्न वर्ग आमतौर पर विशेष प्रकार के जीवन विज्ञान डेटा से निपटेंगे।

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