प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में लगभग 50,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को समर्पित और आधारशिला रखी। गुजरात के पंचमहल के जंबुघोड़ा में आज 860 करोड़ रुपये की।
उन्होने ने कहा कि पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास से जुड़ी सैकड़ों करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है और शिलान्यास किया जा रहा है। गोविंद गुरु विश्वविद्यालय और केंद्रीय विद्यालय के नए प्रशासनिक परिसर का जिक्र करते हुए ऊनहोने ने कहा कि इन परियोजनाओं से हमारे आदिवासी बच्चों को काफी मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने गुजरात में शहीदों के नाम पर स्कूलों के नामकरण की परंपरा का स्मरण किया। वडेक और डांडियापुरा के प्राथमिक विद्यालयों का नाम संत जोरिया परमेश्वर और रूप सिंह नायक के नाम पर रखा गया था। आज प्रधानमंत्री ने बताया, इन स्कूलों ने बिल्कुल नया रूप ले लिया है। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में दोनों आदिवासी नायकों की भव्य प्रतिमा का उद्घाटन किया गया है, जो अब शिक्षा और स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी समाज के योगदान दोनों के महत्वपूर्ण केंद्र बन गए हैं।
गुजरात के पंचमहल के जंबुघोड़ा में मंगलवार को करीब 860 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार युवाओं को रोजगार, किसानों को सिंचाई और बुजुर्गों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने पर ध्यान दे रही है. उम्र के लोग। उन्होंने कहा कि नई परियोजनाएं आदिवासी युवाओं के लिए शिक्षा और कौशल विकास के नए अवसर प्रदान करेंगी। प्रधानमंत्री ने राज्य के आदिवासी क्षेत्र के समग्र विकास में गुजरात सरकार द्वारा शुरू की गई वन बंधु कल्याण योजना की भूमिका पर प्रकाश डाला।
प्रधान मंत्री ने श्री गोबिंद गुरु विश्वविद्यालय (जीजीयू) के नए परिसर, आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों, राजा रूप सिंह नायक और संत जोरिया परमेश्वर की बहादुर यादों में निर्मित प्राथमिक विद्यालयों और स्मारकों का उनके संबंधित गृहनगर डांडियापुरा और वाडेक में उद्घाटन किया। जहां उन्होंने गोविंद गुरु और भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले हजारों आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी।
प्रधान मंत्री ने गोधरा मेडिकल कॉलेज और कौशल्या- द स्किल यूनिवर्सिटी और गोधरा में नए केंद्रीय विद्यालय की परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी।