प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अहमदाबाद के असरवा में 2900 करोड़ रुपये से अधिक की दो रेलवे परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया है। इन परियोजनाओं में अहमदाबाद (असरवा)-हिम्मतनगर-उदयपुर गेज परिवर्तित लाइन और लूनीधर-जेतलसर गेज परिवर्तित लाइन शामिल हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने भावनगर-जेतालसर और असरवा-उदयपुर के बीच नई ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

पूरे देश में एक यूनी-गेज रेल प्रणाली होने की दृष्टि से, रेलवे मौजूदा गैर-ब्रॉड गेज रेलवे लाइनों को ब्रॉड गेज में परिवर्तित कर रहा है। प्रधानमंत्री द्वारा समर्पित की जा रही परियोजनाएं इस दिशा में एक और कदम है।

अहमदाबाद (असरवा)-हिम्मतनगर-उदयपुर गेज परिवर्तित लाइन लगभग 300 किमी लंबी है। यह कनेक्टिविटी में सुधार करेगा और क्षेत्र में पर्यटकों, व्यापारियों, विनिर्माण इकाइयों और उद्योगों के लिए फायदेमंद साबित होगा, जो बदले में रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देगा और क्षेत्र के सामाजिक आर्थिक विकास में मदद करेगा।

58 किलोमीटर लंबी लूनिधर-जेतालसर गेज परिवर्तित लाइन वेरावल और पोरबंदर से पीपावाव पोर्ट और भावनगर के लिए एक छोटा मार्ग प्रदान करेगी। इस परियोजना से इस खंड पर माल ढुलाई क्षमता में वृद्धि होगी, इस प्रकार व्यस्त कनालुस-राजकोट-वीरमगाम मार्ग पर भीड़भाड़ कम होगी। यह अब गिर अभयारण्य, सोमनाथ मंदिर, दीव और गिरनार पहाड़ियों के साथ-साथ सहज संपर्क की सुविधा प्रदान करेगा, जिससे इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

सभा को संबोधित करते हुए उन्होने ने रेखांकित किया कि गुजरात के लाखों लोग जो बड़े क्षेत्र में ब्रॉडगेज लाइन नहीं होने से परेशान रहते थे, उन्हें काफी राहत मिलने वाली है. प्रधानमंत्री ने दशकों के इंतजार के बाद लाइन को समर्पित करने का अवसर मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की।

इसके अलावा, उन्होने ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि पूरे मार्ग का कायाकल्प किया गया है और असरवा से उदयपुर तक हिम्मतनगर के माध्यम से मीटर गेज लाइन को ब्रॉड गेज में परिवर्तित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि गुजरात का यह हिस्सा अब सीधे पड़ोसी राज्य राजस्थान के साथ-साथ पूरे देश से जुड़ जाएगा।

उन्होंने कहा कि लूनीधर-जेतालसर के बीच किए गए आमान परिवर्तन कार्य से भी इस क्षेत्र में रेल संपर्क सुगम होगा और यहां से चलने वाली ट्रेनें देश के किसी भी हिस्से में जा सकेगी।

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