रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने 20 अक्टूबर, 2022 को गुजरात के गांधीनगर में 12 वें DefExpo के ‘बंधन’ समारोह के दौरान 13 उद्योगों को DRDO द्वारा विकसित 10 प्रौद्योगिकियों के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (LAToT) के लिए 16 लाइसेंसिंग समझौते सौंपे। रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने समारोह की अध्यक्षता की, जिसमें कुल 451 समझौता ज्ञापन, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समझौते और उत्पाद लॉन्च हुए। 451 में से 345 समझौता ज्ञापन, 42 प्रमुख घोषणाएं, 46 उत्पाद लॉन्च और 18 टीओटी थे। गुजरात का योगदान 28 एमओयू और एक उत्पाद लॉन्च था। इसमें 1.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश की परिकल्पना की गई है। भारतीय वायु सेना और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने 6,800 करोड़ रुपये के 70 HTT-40 स्वदेशी ट्रेनर विमानों के लिए एक अनुबंध किया।
डीआरडीओ द्वारा हस्तांतरित प्रौद्योगिकियां इलेक्ट्रॉनिक्स, लेजर प्रौद्योगिकी, आयुध, सामग्री विज्ञान, लड़ाकू वाहन, नौसेना प्रणाली और सेंसर आदि के क्षेत्र से हैं। उत्पादों में हैंडहेल्ड ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर), अनएक्सप्लोडेड ऑर्डनेंस हैंडलिंग रोबोट (यूएक्सओआर), सेमी- एल्युमीनियम मिश्र धातुओं के लिए ठोस धातु (एसएसएम) प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी, उच्च ऑक्सीडेटिव और थर्मल स्थिरता तेल (डीएमएस हॉट्स ऑयल- I), लड़ाकू वाहनों के लिए परमाणु परिरक्षण पैड, एंटी-टैंक अनुप्रयोग के लिए 120 मिमी अग्रानुक्रम वारहेड सिस्टम, उच्च ऊर्जा सामग्री (TNSTAD), लेजर -बेस्ड एंड गेम फ्यूज, मल्टी-केडब्ल्यू लेजर बीम डायरेक्टिंग ऑप्टिकल चैनल (बीडीओसी), शक्ति ईडब्ल्यू सिस्टम। ये उच्च-प्रौद्योगिकी उत्पाद सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को गति प्रदान करेंगे और सशस्त्र बलों की परिचालन क्षमताओं को बढ़ाने के अलावा, आत्मनिर्भरता के माध्यम से रक्षा विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देंगे।