केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज नवी मुंबई में डीवाई पाटिल मेडिकल कॉलेज, अस्पताल और अनुसंधान केंद्र में एक उन्नत द्वि-विमान कार्डियक कैथीटेराइजेशन प्रयोगशाला का उद्घाटन किया।
डीवाई पाटिल मेडिकल कॉलेज द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, मंत्री द्वारा आज उद्घाटन की गई सुविधा दक्षिण एशिया की पहली अत्याधुनिक, कैथ लैब का सबसे उन्नत मॉडल है और विप्रो जीई हेल्थकेयर से आईजीएस 6 पहला ऑटोराइट ™ सक्षम है। भारत में कैथ लैब प्रेसिजन हेल्थकेयर के लिए वर्चुअल सिमुलेशन क्षमताओं से लैस नई कैथ लैब, अभिनव देखभाल प्रदान करने में अद्वितीय है और इसे वयस्क और बाल रोगियों के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह सुविधा कोरोनरी एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी, न्यूरोलॉजी हस्तक्षेप जैसे कैरोटिड एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी, इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी अध्ययन, ट्रांसक्यूटेनियस एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट (टीएवीआर) आदि के लिए उपयोगी होगी।
उन्होने ने कहा है कि देश के सभी नागरिकों के लिए सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। “सरकार ने हर जिले में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के तहत 64,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। वेलनेस पर फोकस करते हुए सरकार ने देश में 1,20,000 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शुरू किए हैं। हमारा लक्ष्य देश के हर राज्य में एम्स बनाना है।
उन्होने ने कहा, “8 साल पहले देश में 300 मेडिकल कॉलेज और अस्पताल थे, वर्तमान में 640 मेडिकल कॉलेज हैं। इस हिसाब से देश में मेडिकल सीटों की संख्या 45,000 से बढ़कर 98,000 हो गई है।