केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज भोपाल, मध्य प्रदेश में देश में हिंदी में पहले एमबीबीएस पाठ्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

उन्होने ने अपने संबोधन में कहा कि आजादका अमृत महोत्सव के वर्ष में यह दिन चिकित्सा क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, और आने वाले समय में इसे सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि यह देश के शिक्षा क्षेत्र के पुनर्जागरण और पुनर्निर्माण का दिन है। उन्होने ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राथमिक, तकनीकी और चिकित्सा शिक्षा में छात्रों की मातृभाषा को महत्व देते हुए नई शिक्षा नीति में एक बहुत ही ऐतिहासिक निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, गुजराती, बंगाली जैसी क्षेत्रीय भाषाओं में चिकित्सा और इंजीनियरिंग शिक्षा प्रदान करने का आह्वान किया था और श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार ने श्री मोदी की पहली पूर्ति की। तमन्ना।

उन्होने ने कहा कि आज चिकित्सा शिक्षा हिंदी में शुरू हो रही है और जल्द ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिंदी में शुरू होगी और इंजीनियरिंग की किताबों का अनुवाद देश भर में आठ भाषाओं में शुरू हो गया है, और जल्द ही देश भर के छात्र तकनीकी और चिकित्सा शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। अपनी मातृभाषा में। उन्होंने कहा कि यह दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके बाद से छात्र न केवल तकनीकी और चिकित्सा शिक्षा में अपनी मातृभाषा में निर्देश प्राप्त करेंगे, बल्कि अपनी भाषा में शोध करने में भी सक्षम होंगे।

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