केंद्रीय आयुष और बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज लेह के साबू थांग क्षेत्र में राष्ट्रीय सोवा रिग्पा संस्थान (एनआईएसआर) के नए परिसर की आधारशिला रखी। एनआईएसआर का नया बुनियादी ढांचा देश में सोवा रिग्पा की अपार संभावनाओं को उजागर करेगा। यह हिमालय से इस समृद्ध भारत की औषधीय विरासत के प्रचार के लिए एक बहुत जरूरी आधुनिक मंच भी प्रदान करेगा। इस कार्यक्रम में आयुष राज्य मंत्री और महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ महिंद्राभाई कालूभाई मुंजपारा और लेह के सांसद जम्यांग त्सेरिंग नामग्याल भी मौजूद थे।
नया परिसर लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद (एलएएचडीसी) द्वारा 120 कनाल के क्षेत्र में विकसित किया जाएगा और देश में सोवा रिग्पा के प्रमुख केंद्र के रूप में कार्य करेगा। पहले चरण में ₹ 25 करोड़ की लागत से निर्मित होने के लिए, अस्पताल ब्लॉक, छात्रावासों, स्टाफ क्वार्टरों आदि के साथ संशोधित एनआईएसआर परिसर को और विकसित किया जाएगा। एनआईएसआर में संकाय शक्ति को अंतिम रूप से बढ़ावा देने के साथ इस नियोजित निवेश का उद्देश्य विकास करना है। इस संस्थान को स्थानीय, राष्ट्रीय और विश्व स्तर पर सोवा रिग्पा के उत्कृष्टता केंद्र के रूप में स्थापित किया गया है। शैक्षणिक ब्लॉक 2023 तक पूरा होने वाला है।
आयुष मंत्रालय 10 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले एक हर्बल औषधीय उद्यान की स्थापना के लिए एनआईएसआर का भी समर्थन कर रहा है। यह न केवल ट्रांस हिमालय क्षेत्र से मूल्यवान औषधीय पौधे के संरक्षण में मदद करेगा बल्कि मानव बीमारियों के इलाज और मानव जीवन को समृद्ध बनाने में आगे उपयोग के लिए अनुसंधान में भी मदद करेगा।