केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने नई दिल्ली में तहखंड अपशिष्ट से ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया, जो दिल्ली नगर निगम के कचरे से बिजली उत्पन्न करेगा। इस अवसर पर दिल्ली के उपराज्यपाल श्री विनय कुमार सक्सेना सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में उन्होने ने कहा कि आज का दिन इस क्षेत्र और राष्ट्रीय राजधानी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वच्छता के माध्यम से राजधानी को कचरा मुक्त बनाने के लिए किए गए संकल्प को पूरा करने के लिए एक बड़ा अवसर है। उन्होंने कहा कि इस संयंत्र के चालू होने के बाद, दिल्ली में प्रतिदिन लगभग 7,000 मीट्रिक टन कचरा निपटाने की क्षमता है। उन्होने ने कहा कि आज से शुरू होने वाले इस संयंत्र से हर दिन 2,000 मीट्रिक टन कचरे को अलग किया जाएगा, जलाया जाएगा और हरित तरीके से इस्तेमाल किया जाएगा। इसके साथ ही करीब 25 मेगावाट हरित ऊर्जा का भी उत्पादन किया जाएगा।
उन्होने ने कहा कि नरेला में अगस्त 2025 तक पूरा होने वाले 3,000 मीट्रिक टन कचरे से ऊर्जा संयंत्र का निर्माण शुरू हो गया है और इसके पूरा होने के साथ दिल्ली में दैनिक अपशिष्ट निपटान की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस प्लांट के अलावा ओखला में 300 मीट्रिक टन बायो सीएनजी प्लांट, 200 मीट्रिक टन प्रतिदिन क्षमता के 3 बायो गैस प्लांट और 175 मीट्रिक टन प्रतिदिन की क्षमता की 8 मेटल रिकवरी सुविधाएं स्थापित होने वाली हैं। उन्होने ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिल्ली नगर निगम को दिल्ली को कचरा मुक्त बनाने का जो कार्य दिया गया है उसे जल्द पूरा किया जाएगा।
उन्होने ने कहा कि स्वच्छ दिल्ली सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है और 2025 से पहले दिल्ली के दैनिक कचरे के निपटान की व्यवस्था एमसीडी द्वारा पूरी की जाएगी, ताकि कचरे के पहाड़ गायब हो जाएं और दिल्ली एक समान हो जाए।